अस्पताल में लड़ती लड़की को
जल्द-से-जल्द इन्साफ चाहिए
उसके घर पहुँचने से पहले
हमें हैवानों की लाश चाहिए
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अंधी, बेशर्म सरकार है
दिल्ली बलात्कारियों का बाज़ार है
यहाँ जुड़े सब लोगों को आज
उनकी फांसी की दरकार है
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इन्साफ की खातिर लड़ना होगा
जिसने जैसा किया, वैसा भरना होगा
आवाज़ बुलंद अब करनी ही होगी
शैतानों को फांसी देनी ही होगी
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नेताओं से इन्हें बड़ा प्यार है
सब से ज़्यादा यह मक्कार है
बहन, बेटी को नहीं बचा सकती
ऐसी पुलिस पर धिक्कार है
--
'हितैषी'
December 21, 2012
जल्द-से-जल्द इन्साफ चाहिए
उसके घर पहुँचने से पहले
हमें हैवानों की लाश चाहिए
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अंधी, बेशर्म सरकार है
दिल्ली बलात्कारियों का बाज़ार है
यहाँ जुड़े सब लोगों को आज
उनकी फांसी की दरकार है
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इन्साफ की खातिर लड़ना होगा
जिसने जैसा किया, वैसा भरना होगा
आवाज़ बुलंद अब करनी ही होगी
शैतानों को फांसी देनी ही होगी
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नेताओं से इन्हें बड़ा प्यार है
सब से ज़्यादा यह मक्कार है
बहन, बेटी को नहीं बचा सकती
ऐसी पुलिस पर धिक्कार है
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'हितैषी'
December 21, 2012
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