January 3,2013
किसी से बिछड़ने का दर्द
बतलाऊँ तो कैसे!
तुम्हें इस दिल के छाले
दिखलाऊँ तो कैसे!
तड़प जो है संग न होने की
मैं समझाऊँ तो कैसे!
तुम्हें अपने अकेलेपन से
मिलवाऊँ तो कैसे!
--
'हितैषी'
बतलाऊँ तो कैसे!
तुम्हें इस दिल के छाले
दिखलाऊँ तो कैसे!
तड़प जो है संग न होने की
मैं समझाऊँ तो कैसे!
तुम्हें अपने अकेलेपन से
मिलवाऊँ तो कैसे!
--
'हितैषी'
No comments:
Post a Comment