तुमसे मिलने की उम्मीद
........ कुछ यूँ लगा रखी है
कि अरमां मचल जाते हैं
...... रोज़
............ मरने से पहले
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विकास प्रताप सिंह 'हितैषी'
--
26/05/2012
........ कुछ यूँ लगा रखी है
कि अरमां मचल जाते हैं
...... रोज़
............ मरने से पहले
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विकास प्रताप सिंह 'हितैषी'
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26/05/2012
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