काव्य-हार हित श्रेष्ठ पुष्पों को बुनते जाना
संग अमुक्त उभरते कोंपल भी चुनते जाना
अंजुमन में कवियों की मुझको भी सुनते जाना
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'हितैषी'
अमुक्त = अल्प, some
कोंपल = कली, bud
अंजुमन = सभा, महफ़िल, gathering
(02 नवम्बर 2012)
संग अमुक्त उभरते कोंपल भी चुनते जाना
अंजुमन में कवियों की मुझको भी सुनते जाना
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'हितैषी'
अमुक्त = अल्प, some
कोंपल = कली, bud
अंजुमन = सभा, महफ़िल, gathering
(02 नवम्बर 2012)
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