तुझे समझने की भूल बार-बार कर बैठा
मैं न चाहकर भी तुझसे प्यार कर बैठा
नहीं पता था सिर्फ दिल्लगी से तुझको प्यार है
अपने जीने की हर उम्मीद तार-तार कर बैठा
--
'हितैषी'
(10/12/2012)
मैं न चाहकर भी तुझसे प्यार कर बैठा
नहीं पता था सिर्फ दिल्लगी से तुझको प्यार है
अपने जीने की हर उम्मीद तार-तार कर बैठा
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'हितैषी'
(10/12/2012)
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