MyFreeCopyright.com Registered & Protected

Sunday, March 31, 2013

इंतज़ार में

पलकें सूजी हुईं, पूरी रात रोये हो 
क्या वो समझता (भी) है तुम्हें,
इंतज़ार में जिसके खोये हो!
--
'हितैषी'

(12/12/12)


तेरे बगैर दिल में धड़कन का काम क्या!
प्यार के नाम मेरा और एहतराम क्या !!
--
'हितैषी'

एहतराम = reverence, respect

No comments:

Post a Comment